अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुब्रत त्रिपाठी (Subrata Tripathi) के मुताबिक, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड को उम्मीद है कि वे वित्तवर्ष 2024 (FY24) के दौरान 40 करोड़ टन प्रतिवर्ष (400 MTPA) से ज़्यादा कार्गो को हैंडल कर लेंगे, जो वर्ष 2025 तक 50 करोड़ टन प्रतिवर्ष (500 MTPA) के कंपनी के लक्ष्य के अनुरूप है.
सुब्रत त्रिपाठी ने मुंबई में ग्लोबल मैरिटाइम इंडिया समिट में BQ Prime से बातचीत में कहा, "हमने वित्तवर्ष 2024 की पहली और दूसरी तिमाही में लगभग 20 करोड़ टन प्रतिवर्ष (200 MTPA) हासिल कर लिया है और वर्ष 2025 के 50 करोड़ टन प्रतिवर्ष (500 MTPA) के लक्ष्य के अनुरूप वित्तवर्ष 24 के दौरान 40 करोड़ टन प्रतिवर्ष (400 MTPA) हासिल करने की राह पर हैं..."
कंपनी ने पोर्टों के लिए निवेश आकर्षित करने की खातिर मैरिटाइम ईकोसिस्टम तैयार करने के उद्देश्य से देश के पूर्वी और पश्चिमी तटों पर स्थित अपने पोर्टों में विस्तार की गतिविधियां शुरू कर दी हैं.
Adani Ports के CEO सुब्रत त्रिपाठी ने कहा, "हमारी योजना मुंद्रा पोर्ट पर अतिरिक्त कन्टेनर टर्मिनल बनाने और अल्ट्रा-मेगा बिजली परियोजना चला रहे टाटा पॉवर जैसे उद्योगों के साथ मैरिटाइम इंडस्ट्रियल ईकोसिस्टम तैयार करने की है... इसके अलावा, हम एक कॉपर प्लान्ट, एक ग्रीन हाइड्रोजन हब और एक ग्रीन पीवीसी प्लान्ट भी स्थापित कर रहे हैं, जिसकी बदौलत पोर्टों के लिए खासा निवेश आकर्षित होगा..." उन्होंने कहा कि यह सब इस वजह से मुमकिन हो पाएगा, क्योंकि हमारे पास मुंद्रा में 40,000 एकड़ ज़मीन मौजूद है.
सुब्रत त्रिपाठी ने 15 अक्टूबर को शुरू किए गए विझिंजम ट्रांसशिपमेंट पोर्ट के बारे में कहा कि विझिंजम पोर्ट ट्रांसशिपमेंट कार्गो के लिए दुनियाभर को भारत की ओर से जवाब होगा, और आयात-निर्यात कार्गो का एग्रीगेटर भी होगा, जो अब तक सिंगापुर, कोलम्बो और दुबई के मुकाबले भारत में नहीं था.