घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की लगातार खरीद के सहारे अदाणी समूह का कुल बाज़ार पूंजीकरण शुक्रवार को 11 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया. बंदरगाहों से बिजली तक के क्षेत्र में दखल रखने वाले समूह ने शुक्रवार को अपने बाज़ार पूंजीकरण में 7,039 करोड़ रुपये जोड़े, जिससे इसकी 10 सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाज़ार मूल्य 11.02 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो गुरुवार को 10.96 लाख करोड़ रुपये था.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह के शेयर जिस निचले स्तर पर पहुंच गए थे, मार्च, 2023 की शुरुआत के बाद से शेयरों में काफी हद तक सुधार आया है और मार्केट कैप में लगभग पांच लाख करोड़ रुपये जुड़े हैं.
विश्लेषकों के मुताबिक, शेयरों में उछाल की वजह ऊर्जा की लगातार बढ़ती मांग के बीच अदाणी समूह के रणनीतिक फोकस, फ़ंडरेज़िंग के लिए की गई पहल और समूह द्वारा अपने बुनियादी ढांचे तथा ऊर्जा व्यवसायों में लगातार विकास करते रहने के चलते खरीद में लगातार बनी रही रुचि है. एक प्रमुख घरेलू ब्रोकरेज फर्म के विश्लेषक का कहना है, "निवेशक अदाणी के डायवर्सिफ़ाइड बिज़नेस मॉडल में मौजूद वैल्यू को पहचान रहे हैं, खासतौर से जब समूह ने फ़ंडरेज़िंग की कोशिशों और परियोजनाओं के क्रियान्वयन को दोगुना कर दिया है... आने वाले सालों में बिजली अहम मुद्दा बन सकती है, क्योंकि मज़बूत घरेलू आर्थिक विकास के चलते भारत में ऊर्जा की मांग काफी बढ़ रही है... हमें उम्मीद है कि यह ट्रेंड आने वाले महीनों में अदाणी समूह के शेयरों में लिवाली की भावना में तब्दील हो जाएगा...''
ट्रेडिंग के मोर्चे पर अदाणी समूह की चार अन्य कंपनियों ने शुक्रवार को मुनाफ़ा दर्ज किया, जिनमें अदाणी एंटरप्राइज़ेज़, अदाणी पोर्ट्स एंड एसईज़ेड और अदाणी विल्मर भी शामिल हैं.
अदाणी पोर्ट्स और एसईज़ेड के बाज़ार मूल्य में 1.86% की वृद्धि देखी गई, जिससे इसका दाम 825 रुपये हो गया और इसका बाज़ार मूल्य 1.78 लाख करोड़ रुपये से आगे निकल गया. हाल ही के दिनों में कंपनी कार्गो हैंडलिंग के क्षेत्र में नए-नए रिकॉर्ड बना रही है.
समूह के बाज़ार मूल्यांकन की हालिया बढ़ोतरी दिखाती है कि निवेशकों के भरोसे को मज़बूती देने के लिए की जा रही पहलों को समर्थन मिल रहा है. GQG पार्टनर्स जैसे वैश्विक भागीदारों और अन्य संभावित हितधारकों के साथ फ़ंडरेज़िंग की गतिविधियां भी चल रही होने की ख़बरें हैं. पिछले छह माह के दौरान GQG पार्टनर्स ने अदाणी समूह की पांच कंपनियों में 4 अरब अमेरिकी डॉलर से ज़्यादा का निवेश किया है.
वित्तवर्ष 2024 की पहली तिमाही में अदाणी की सूचीबद्ध कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन में भी मज़बूत बढ़ोतरी दिखाई दी. पहली तिमाही के दौरान अदाणी के लिस्टेड पोर्टफोलियो का EBITDA पिछले साल की तुलना में 42% बढ़कर 23,532 करोड़ रुपये हो गया. अदाणी पोर्टफोलियो का 86% हिस्सा, यानी कोर इन्फ़्रास्ट्रक्चर के EBITDA में पिछले साल की तुलना में 34% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो 20,233 करोड़ रुपये हो गया. एईएल के इन्फ़्रास्ट्रक्चर कारोबार ने पिछले साल के मुकाबले 96% की EBITDA बढ़ोतरी दर्ज की और यह 1,718 करोड़ रुपये हो गया.
अदाणी समूह का लक्ष्य EBITDA को अगले 2-3 साल में 90,000 करोड़ रुपये से आगे ले जाना है.