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Adani Stocks: अदाणी ग्रुप शेयरों में शानदार तेजी, मार्केट कैप पहुंचा 11 लाख करोड़ रुपये के पार

Adani Group Stocks: अदाणी टोटल गैस 14% और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में करीब 11% की सबसे ज्यादा तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं.
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NDTV Profit हिंदी11:45 AM IST, 28 Nov 2023NDTV Profit हिंदी
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Adani Group Stocks: लंबे वीकेंड के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त तेजी है, अदाणी टोटल गैस 14% और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में करीब 11% की सबसे ज्यादा तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं. अदाणी पावर, अदाणी ग्रीन एनर्जी में 6% से ज्यादा मजबूती के साथ कारोबार नजर आ रहा है. वहीं, अदाणी विल्मर और NDTV में भी 4% से ज्यादा की मजबूती है.

मार्केट कैप 11 लाख करोड़ रुपये के पार
अदाणी ग्रुप शेयरों का ओवरऑल मार्केट कैप 11 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है. इंट्राडे में अदाणी ग्रुप के शेयरों में ओवरऑल 75,744.71 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई और ये 11,02,412 करोड़ रुपये की ऊंचाई पर पहुंच गया.सुबह 10:25 बजे ओवरऑल मार्केट कैप में 65,771 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई और ओवरऑल मार्केट कैप 10,90,347 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.

क्यों है ग्रुप शेयरों में उछाल?
अदाणी ग्रुप शेयरों में ये उछाल सुप्रीम कोर्ट में पिछले हफ्ते अदाणी-हिंडनबर्ग केस की सुनवाई के बाद देखने को मिल रही है. शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने SEBI के खिलाफ अवमानना की अर्जी पर सुनवाई की. जिसमें ये आरोप लगाया गया था कि SEBI ने शेयरों में हेरफेर की जांच समय पर पूरी नहीं की.

इसमें सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त कमिटी के सदस्यों पर भी सवाल उठाए गए थे और उनकी नियुक्तियों को हितों का टकराव बताया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता के इन आरोपों पर ही सवाल खड़े किए. CJI, DY चंद्रचूड़ ने कहा अदाणी ग्रुप के लिए कोई वकील 2006 में पेश हुआ और आप 2023 में उस पर आरोप लगा रहे हैं, ये अनुचित है. CJI ने आगे कहा कि इस तरह को किसी आरोपी के लिए पेश होने वाला वकील फिर कभी जज नहीं बन सकता.

इस सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण की कई दलीलों पर अपनी असहमति जताते हुए कहा कि हम एक संवैधानिक बॉडी (SEBI) से ये उम्मीद नहीं कर सकते हैं कि वो अखबार में छपी खबर को ही सच मान ले. SC ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आरोपों को सच नहीं मानना चाहिए, क्योंकि वो हमारे सामने नहीं हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को इस मामले पर सुनवाई पूरी की और अपना फैसला सुरक्षित रखा है. 

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