अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) ने मुंबई में 1 बिलियन डॉलर की ग्रीन पावर ट्रांसमिशन लाइन के लिए फाइनेंशियल क्लोजर को हासिल कर लिया है.
फाइनेंशियल क्लोजर हासिल
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, जिसे पहले अदाणी ट्रांसमिशन के नाम से जाना जाता था, कंपनी ने बताया है कि कुडुस से आरे के बीच अंडर कंस्ट्रक्शन हाई वोल्टेज डायरेक्ट करंट ट्रांसमिशन लिंक के लिए 9 अंतरराष्ट्रीय बैंकों के साथ 700 मिलियन डॉलर की फैसिलिटी के लिए फाइनेंशियल क्लोजर हासिल कर लिया है.
बिना रुकावट बिजली सप्लाई
यह लाइन मुंबई को रीन्युएबल एनर्जी की बिना रुकावट सप्लाई सुनिश्चित करेगी और तेजी से बढ़ती एनर्जी डिमांड मांग के बीच शहर की ट्रांसमिशन क्षमता की कमी को देखते हुए ये बेहद जरूरी है.
ये क्रेडिट फैसिलिटी अक्टूबर 2021 में इसके अंडर कंस्ट्रक्शन ट्रांसमिशन एसेट्स पोर्टफोलियो के लिए हुई 700 मिलियन डॉलर की रिवॉल्विंग प्रोजेक्ट फाइनेंस फैसिलिटी का हिस्सा है.
ये प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग फ्रेमवर्क जो कई अलग अलग अंडर कंस्ट्रक्शन एसेट्स की फंडिंग करता है, प्रोजेक्ट को उस फंड तक पहुंच मुहैया कराता है, जिसका पोर्टफोलियो में किसी अन्य प्रोजेक्ट ने भुगतान कर दिया है.
कंसोर्शियम में 9 बैंक शामिल
इस तरह की असरदार वन-टाइम संरचना AESL के ट्रांसमिशन पोर्टफोलियो में आने वाले सभी प्रोजेक्ट्स के लिए पूंजी तक लगातार पहुंच को सुनिश्चित करता है. प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग फ्रेमवर्क के लिए बैंकिंग कंसोर्शियम में DBS बैंक लिमिटेड, इंटेसा सानपोलो., मिज़ुहो बैंक लिमिटेड, MUFG बैंक लिमिटेड, सीमेंस बैंक GmbH, सोसाइटी जनरल, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन और द हांगकांग मॉर्गेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड सहित नौ अंतरराष्ट्रीय बैंक शामिल थे.
वित्त वर्ष 2015 तक मुंबई की बिजली की मांग 4,000 मेगावाट की मौजूदा पीक डिमांड से 5,000 मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान है. मुंबई में केवल 1,800 मेगावाट एम्बेडेड उत्पादन क्षमता है और मौजूदा ट्रांसमिशन कॉरिडोर क्षमता में कमी के खतरों का सामना करते हैं.
जब मुंबई में हुआ था ब्लैकआउट
12 अक्टूबर 2020 को, पूरे शहर में ग्रिड पर दबाव की वजह से एक बड़ा ब्लैकआउट हुआ था. HVDC ट्रांसमिशन लिंक राज्य और राष्ट्रीय ग्रिड के साथ इंटरफेस मुहैया करके ग्रिड की स्थिरता को बढ़ाएगा. यह लिंक शहर में अतिरिक्त 1,000 मेगावाट रीन्युएबल एनर्जी का संचार करेगा, जिससे भविष्य में बिना किसी रुकावट के बिजली सप्लाई हो सकेगी. सबसे बड़ी इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी होने के नाते, अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (AEML) ने 2027 तक कुल बिजली में रीन्युएबल एनर्जी की हिस्सेदारी को 60% तक बढ़ाने के लिए के लिए प्रतिबद्धता जताई है.