बाजार में तेजी के रुख के बीच इस साल अब तक लगभग दो दर्जन कंपनियों ने आईपीओ के लिए कागजात दाखिल किए हैं. अब तीन सप्ताह से भी कम समय में एचडीएफसी स्टैंडर्ड लाइफ सहित तीन बीमा कंपनियों ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के लिए कागजात दाखिल किए हैं. इनके जरिये कुल मिलाकर 20,000 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं. दो सरकारी कंपनियों - न्यू इंडिया एश्योरेंस तथा जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (जीआईसी री) ने भी कागजात पेश किए हैं. पिछले साल 26 कंपनियां ने कुल मिलाकर 26,000 करोड़ रुपये जुटाए. इस तरह से 2016 का साल छह वर्षों में सबसे अच्छा रहा.
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सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियां इसी वित्त वर्ष में पूंजी बाजार में उतर सकती हैं, ताकि सरकार 72,500 करोड़ रुपये के महत्वाकांक्षी विनिवेश लक्ष्य को हासिल कर सकें. मौजूदा रुख के अनुसार 2017 में आईपीओ खंड का प्रदर्शन बेहतर रहने की उम्मीद है. एचडीएफसी स्टैंडर्ड लाइफ इंश्योरेंस इस क्रम में सबसे नई कंपनी है, जिसने आईपीओ के लिए दस्तावेज 18 अगस्त को दाखिल किए. बाजार सूत्रों का कहना है कि शेयर बिक्री लगभग 7500 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है.
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न्यू इंडिया एश्योरेंस के आईपीआई के जरिए सरकार 9.6 करोड़ शेयर बेचने की योजना है. इसके साथ ही वह 2.4 करोड़ नए शेयर जारी करेगी. कंपनी ने मसौदा विवरणिका 8 अगस्त को दाखिल किया. सूत्रों ने कहा कि इस पेशकश से 6500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि सरकार को मिल सकती है. जीआईसी री के मामले में आईपीओ के तहत सरकार 10.7 करोड़ शेयर बेच सकती है. इसके साथ ही वह 1.7 करोड़ शेयर जारी करेगी. कंपनी ने 7 अगस्त को दस्तावेज दाखिल किए.
(इनपुट भाषा से)