Written by Vivek Rastogi, अयोध्या में 500 साल की प्रतीक्षा के बाद राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह इस बात से भावविह्वल हैं कि अब रामलला को टेंट में नहीं रहना होगा. उन्होंने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय गर्भगृह में उपस्थिति के चलते वह ईश्वरीय चेतना का साक्षी बने, जिसके परिणामस्वरूप उनका कंठ अवरुद्ध है, तथा शरीर स्पंदित है.