लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान. (फाइल फोटो)
पटना:
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) अध्यक्ष रामविलास पासवान धीरे-धीरे अपनी राजनीतिक बागडोर बेटे चिराग पासवान को सौंपना चाहते हैं, लेकिन दिक्कत है कि चिराग के बयान से रामविलास खुद बचाव की मुद्रा में आ जाते हैं और फिर उन्हें बीच बचाव करना पड़ता है. पिछले कुछ समय से चिराग लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर रखकर बयान दे रहे थे, जिसमें मुजफ्फरपुर की घटना के बाद राज्य की विधि व्यवस्था पर ध्यान देने की सलाह भी थी. इससे पूर्व चिराग ने यह भी कहा था कि वो और तेजस्वी युवा हैं और साथ मिलकर काम कर सकते हैं. इन बयानों से रामविलास, उनके छोटे भाई और अब नीतीश मंत्रिमंडल में मंत्री पशुपति पारस परेशान थे.
यह भी पढ़ें : मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ीं, रामविलास पासवान की पार्टी LJP ने इस मुद्दे पर दी चेतावनी...
चिराग के गुस्से का असली कारण नीतीश की पार्टी में अब शामिल उनके संसदीय क्षेत्र के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह और उनके दो बेटे हैं, जो वर्तमान में पूर्व विधायक भी हैं. सिंह हमेशा चिराग को निशाने पर रखकर बयान देते हैं जो उन्हें नागवार गुज़रता है. हाल के समय में चिराग ने अपने संसदीय क्षेत्र का जब भी दौरा किया है, उनके समर्थकों ने सिंह और उनके बेटों की शिकायत की. हालांकि चिराग ने इससे गुस्सा होकर नीतीश कुमार के खिलाफ बयान देना शुरू कर दिया.
VIDEO: मोदी सरकार को LJP का अल्टीमेटम
गुरुवार शाम को रामविलास पासवान ने बीच का रास्ता निकालने के लिए जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी को अपने घर पर चाय पीने के बहाने बुलाया. उसके बाद चिराग ने कुछ मीडिया वालों को बुलाकर नीतीश की प्रशंसा में बाइट दिए. माना जाता हैं कि फिलहाल सुलह समझौता जरूर हो गया हो, लेकिन अगले चुनाव में चिराग के लिए जमुई सीट से जीतना आसान नहीं होगा.
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चिराग के गुस्से का असली कारण नीतीश की पार्टी में अब शामिल उनके संसदीय क्षेत्र के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह और उनके दो बेटे हैं, जो वर्तमान में पूर्व विधायक भी हैं. सिंह हमेशा चिराग को निशाने पर रखकर बयान देते हैं जो उन्हें नागवार गुज़रता है. हाल के समय में चिराग ने अपने संसदीय क्षेत्र का जब भी दौरा किया है, उनके समर्थकों ने सिंह और उनके बेटों की शिकायत की. हालांकि चिराग ने इससे गुस्सा होकर नीतीश कुमार के खिलाफ बयान देना शुरू कर दिया.
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गुरुवार शाम को रामविलास पासवान ने बीच का रास्ता निकालने के लिए जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी को अपने घर पर चाय पीने के बहाने बुलाया. उसके बाद चिराग ने कुछ मीडिया वालों को बुलाकर नीतीश की प्रशंसा में बाइट दिए. माना जाता हैं कि फिलहाल सुलह समझौता जरूर हो गया हो, लेकिन अगले चुनाव में चिराग के लिए जमुई सीट से जीतना आसान नहीं होगा.
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