- मोकामा विधानसभा क्षेत्र में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद अनंत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है
- घटना के वीडियो से पता चलता है कि सड़क पर गाड़ियों को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद और झड़प हुई थी
- डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि जांच में यह देखा जाएगा कि घटना पूर्व नियोजित थी या दुर्घटना थी
मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद सियासी माहौल गरम है. इस मामले में जेडीयू उम्मीदवार और बाहुबली नेता अनंत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या अनंत सिंह अब चुनाव प्रचार कर पाएंगे? इस पर बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कई अहम बातें कहीं.
डीजीपी ने बताया कि घटना के विजुअल्स से प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट होता है कि दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच सड़क पर गाड़ियों को आगे-पीछे करने को लेकर विवाद शुरू हुआ. “वहाँ सड़क काफी संकरी है. दोनों पक्ष अड़े हुए थे कि कौन पीछे करेगा. इसी से झड़प शुरू हुई, फिर पत्थरबाजी हुई और कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए. मृतक दुलारचंद यादव भी घटनास्थल पर मौजूद थे,” उन्होंने यह भी जोड़ा कि वीडियो ऑथेंटिकेशन की प्रक्रिया जारी है और एफएसएल से इसकी पुष्टि होगी.
#NDTVExclusive : '80 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई है' - दुलारचंद हत्याकांड पर बोले बिहार DGP विनय कुमार@BabaManoranjan | #Bihar pic.twitter.com/Gaxh2UwRZQ
— NDTV India (@ndtvindia) November 2, 2025
क्या यह रोड रेज था या साजिश?
क्या यह रोड रेज था या साजिश? इस पर डीजीपी ने कहा, “अभी यह कहना संभव नहीं है कि घटना प्री-प्लांड थी. अनुसंधान के दौरान सभी बिंदुओं की जांच होगी. यह भी देखा जाएगा कि वाहन जानबूझकर चढ़ाया गया या अफरातफरी में हादसा हुआ.” उन्होंने बताया कि चालकों की पहचान की जा रही है और उनके बयान दर्ज किए जाएंगे. अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर डीजीपी ने कहा कि यह जांच के क्रम में किया गया है सीनियर एसपी पटना ने खुद टीम का नेतृत्व किया. गिरफ्तारी के कारणों को स्पष्ट किया गया.
हम साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं: DGP
अनंत सिंह का नाम प्राथमिकी में मुख्य अभियुक्त के रूप में है,” उन्होंने बताया. डीजीपी ने यह भी कहा कि चुनावी दबाव या राजनीतिक हस्तक्षेप का कोई सवाल नहीं है. “हम साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं. कानून सबके लिए समान है.”अब सवाल यह है कि क्या अनंत सिंह जेल से प्रचार कर पाएंगे? डीजीपी ने स्पष्ट किया, “उन्हें न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया जाएगा. पुलिस रिमांड का अनुरोध किया जा सकता है, लेकिन यह कोर्ट पर निर्भर करेगा. फिलहाल वे पुलिस हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ जारी है.” डीजीपी ने यह भी बताया कि इस मामले में चार-पांच एफआईआर दर्ज हुई हैं और 80 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. “बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
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