- मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद पीयूष प्रियदर्शी ने अनंत सिंह पर दबाव और गुंडागर्दी का आरोप लगाया है
- अनंत सिंह को मेडिकल जांच के बाद पटना एमपी एमएलए कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है
- बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को है, जिसके लिए पुलिस प्रशासन और चुनाव आयोग अलर्ट पर हैं
मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद सियासी पारा हाई है. यहां से जनसुराज के प्रत्याशी और अनंत सिंह के प्रतिद्वंदी पीयूष प्रियदर्शी ने एनडीटीवी से बात करते हुए आशंका जताई कि उनकी कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है. उन्होंने आरोप लगाया कि ये सब अनंत सिंह के दबाव में हो रहा है.
पीयूष प्रियदर्शी ने आरोप लगाया कि अनंत सिंह और उनके गुर्गे खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे हैं. ये कार्रवाई पहले ही हो जानी थी. उन्होंने कहा कि अनंत सिंह और उनके गुर्गों के खिलाफ हमारे पास पुख्ता सबूत हैं. हम जनता से अपील करते हैं कि वो शिक्षित और पढ़े लिखे व्यक्ति को चुनें. किसी के दबाव में आकर वोट न करें.

जल्द गिरफ्तार होंगे घटना में शामिल लोग- डीजीपी
बिहार पुलिस के डीजीपी विनय कुमार सिंह ने बताया कि पटना एसएसपी के नेतृत्व में 150 पुलिसकर्मियों की टीम बनाकर अनंत सिंह को मोकामा स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि घटना में संलिप्त आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. चाहे वह पीयूष प्रियदर्शी या कोई और भी हो.

14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए अनंत सिंह
गौरतलब है कि शनिवार देर रात पटना पुलिस ने मोकामा से जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद पटना पुलिस ने मेडिकल जांच के बाद उन्हें एमपी एमएलए कोर्ट में पेश किया. जहां से कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा दिया है.
मोकाम में हुई घटना के बाद अलर्ट पर पुलिस प्रशासन और चुनाव आयोग
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होगी, जिसके लिए चुनाव प्रचार 4 नवंबर शाम 5 बजे थम जाएगा. वोटिंग से पहले मोकाम में हुई घटना को लेकर पुलिस प्रशासन और चुनाव आयोग अलर्ट है. चुनाव आयोग ने सख्त रुख अपनाने हुए मोकामा के एसपी को हटा दिया गया है. इसके साथ ही दो थाना प्रभारियों को भी सस्पेंड किया गया है.
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